मल्लिकार्जुन खरगे ने बदला तमिलनाडु कांग्रेस का अध्यक्ष, नए विधायक दल के नेता का भी किया ऐलान - Breaking News Today: Aaj ka breaking news

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18 फ़र॰ 2024

मल्लिकार्जुन खरगे ने बदला तमिलनाडु कांग्रेस का अध्यक्ष, नए विधायक दल के नेता का भी किया ऐलान

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<p style="text-align: justify;"><strong>Congress Tamil Nadu President:</strong> कांग्रेस ने <a title="लोकसभा चुनाव" href="https://ift.tt/N8VKBtz" data-type="interlinkingkeywords">लोकसभा चुनाव</a> से पहले तमिलनाडु में पार्टी संगठन में बदलाव किया है. एक महत्वपूर्ण फैसले में पार्टी ने के. सेल्वापेरुन्थागई को तमिलनाडु इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. वह एस अलागिरी की जगह लेंगे. कांग्रेस चीफ ने एस अलागिरी के योगदान की सराहना की है.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;">इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तमिलनाडु विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त किया है. राजेश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया है.</p> <blockquote class="twitter-tweet"> <p dir="ltr" lang="en">K Selvaperunthagai replaces KS Alagiri as Tamil Nadu PCC President.<br /><br />S Rajesh Kumar has been appointed as the CLP Leader of Tamil Nadu. <a href="https://t.co/pTKL5UP5ha">pic.twitter.com/pTKL5UP5ha</a></p> &mdash; ANI (@ANI) <a href="https://twitter.com/ANI/status/1758877367408140461?ref_src=twsrc%5Etfw">February 17, 2024</a></blockquote> <p style="text-align: justify;"> <script src="https://platform.twitter.com/widgets.js" async="" charset="utf-8"></script> </p> <p style="text-align: justify;"><strong>तमिलनाडु कांग्रेस तीन धड़े में बंटी है </strong></p> <p style="text-align: justify;">IANS की रिपोर्ट के मुताबित, तमिलनाडु कांग्रेस तीन समूहों में विभाजित है. एक निवर्तमान अध्यक्ष के.एस. अलागिरि का समर्थन करता है. तमिलनाडु कांग्रेस विधायक दल के नेता के. सेल्वापेरुन्थागई थे जिनके समर्थकों का दूसरा गुट है. तीसरा समूह आईएएस अधिकारी से नेता बने शशिकांत सेंथिल का है. सेंथिल पार्टी का दलित चेहरा हैं, लेकिन वह किसी समूह से नहीं जुड़े हैं. हालांकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्&zwj;हें अपना समर्थन दिया है.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>पिछले साल से हो रही नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा</strong></p> <p style="text-align: justify;">अलागिरि के करीबी कांग्रेस नेताओं ने बताया है कि पिछले साल अक्टूबर से ही नेतृत्व में परिवर्तन के बारे में सोचा जा रहा था. अलागिरि के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने राज्य कांग्रेस के लिए कुछ नहीं किया है. यहां तक कि पार्टी की कई बूथ समितियां भी निष्क्रिय थीं. पार्टी के सूत्रों ने कहा कि अलागिरि का स्टालिन के साथ बहुत अच्छा तालमेल है. सूत्रों ने बताया है कि इस नेतृत्व परिवर्तन का असर लोकसभा चुनाव पर पड़ने वाला है. आलागिरी का प्रभाव राज्य के संगठन पर अच्छा रहा है. अब जबकि नेतृत्व परिवर्तन हुआ है तो इसका क्या कुछ असर राज्य के संगठन पर पड़ता है, यह देखने वाली बात होगी.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>ये भी पढ़ें:<a title="NDA में वापसी के लिए तैयार TDP, जानें किस दिन हो सकता है गठबंधन का ऐलान" href="https://ift.tt/hYpUyjx" target="_self">NDA में वापसी के लिए तैयार TDP, जानें किस दिन हो सकता है गठबंधन का ऐलान</a></strong></p>

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